उत्तराखंड: पागल कुत्ते के काटने से गांव में मचा हड़कंप, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल

Oct 9, 2025 - 16:30
 139  20.5k
उत्तराखंड: पागल कुत्ते के काटने से गांव में मचा हड़कंप, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल
उत्तराखंड: पागल कुत्ते के काटने से गांव में मचा हड़कंप, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल

उत्तराखंड: पागल कुत्ते के काटने से गांव में मचा हड़कंप

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Discovery Of The India

कम शब्दों में कहें तो, उत्तरकाशी ज़िले के आराकोट बंगाण क्षेत्र में एक गंभीर स्वास्थ्य संकट उपस्थित हो गया है।

स्थिति का संक्षिप्त विवरण

उत्तरकाशी ज़िले के आराकोट बंगाण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था की बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। एक पागल कुत्ते द्वारा काटी गई गाय के दूध का सेवन करने के कारण क्षेत्र के 17 ग्रामीण, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, अचानक बीमार पड़ गए। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब ग्रामीणों को पता चला कि जिस गाय का दूध वे लगातार पी रहे थे, उसे कुछ दिन पहले पागल कुत्ते ने काट लिया था और उस गाय की मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही

इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय पर उचित जांच और सतर्कता बरती जाती तो इस प्रकार की स्थिति से बचा जा सकता था। गाय के दूध का सेवन करने से पहले उसकी स्वास्थ्य स्थिति की जांच करना आवश्यक था, जिससे ग्रामीणों के जीवन को खतरे में डालने वाली इस स्थिति से बचा जा सके।

विशेषज्ञों की राय

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि पागल कुत्ते के काटने से किसी भी जानवर के दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। यह स्थिति खासतौर पर उन लोगों के लिए खतरनाक होती है, जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर लोगों में चिंता बढ़ गई है।

ग्रामीणों द्वारा उठाई गई मांगें

इस घटना के बाद, ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि तुरंत कार्यवाही की जाए। उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रकार की लापरवाही फिर से न हो। इसके अलावा, ग्रामीणों का अनुरोध है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गायों की नियमित जांच की जाए ताकि ऐसी घटनाएँ रोकी जा सकें।

निष्कर्ष

यह घटना इस बात का सुबूत है कि हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था में गंभीर कमियाँ हैं जिन्हें तुरंत सुधारने की आवश्यकता है। जब तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इस प्रकार की लापरवाहियों को समाप्त नहीं करते, तब तक ग्रामीणों का स्वास्थ्य संकट में रहेगा। इसे देखते हुए इन अनुप्रयोगों का संचालित होना अत्यावश्यक है।

फिलहाल, ग्रामीण इलाज करवा रहे हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा रही है। आगे भी सरकार को इस प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी घटनाओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इसी तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

अधिक जानकारी के लिए, यहां क्लिक करें.

सादर,

टीम डिस्कवरी ऑफ इंडिया

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0