हरिद्वार के पंचपुरी में रामलीला की धूम, तैयारियां शुरू

Sep 15, 2025 - 16:30
 138  15.4k
हरिद्वार के पंचपुरी में रामलीला की धूम, तैयारियां शुरू
हरिद्वार के पंचपुरी में रामलीला की धूम, तैयारियां शुरू

हरिद्वार के पंचपुरी में रामलीला की धूम, तैयारियां शुरू

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - Discovery Of The India

कम शब्दों में कहें तो, हरिद्वार के पंचपुरी में 15 अगस्त 2025 से रामलीला की तैयारियां जोरों पर हैं। विभिन्न रंगमंच सज रहे हैं और लीलाओं का आयोजन प्रारंभ होने वाला है।

आज, दिनांक 15 अगस्त 2025, से हरिद्वार में रामलीला रंगमंच सजना आरंभ हो गया है। इसके तहत कुछ स्थानों पर रामलीलाओं का मंचन भी प्रारंभ हो रहा है। आज ही अनेक लीलाओं का ध्वजारोहण भी किया जाएगा। अगले दो दिन में हरिद्वार और उसके आस-पास लगभग डेढ़ दर्जन स्थानों पर लीलाओं का आयोजन शुरू होने वाला है।

ध्वजारोहण शोभायात्रा का आयोजन

हरिद्वार की बड़ी रामलीला का ध्वज जुलूस आज निकलेगा। रामलीला आयोजन समिति के अध्यक्ष, वीरेंद्र चड्ढा ने बताया कि शाम को बैंड-बाजे के साथ ध्वजारोहण शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा लीला के प्रमुख स्वरूपों के साथ शोभायात्रा के जैसे गंतव्य तक पहुंचेगी।

हरकी पैड़ी पर ध्वज पूजन के बाद, यह ध्वज मंत्रोच्चार के बीच रामलीला मैदान में स्थापित किया जाएगा। यह आयोजन भव्यता और सांस्कृतिक धरोहर की उपस्थिति को दर्शाता है।

रामलीला के विभिन्न मंचनों की तैयारी

भीमगोड़ा में आज से मंचन शुरू होना है। इस स्थान पर आज कैलाश लीला, रावण अत्याचार, और वेदवती संवाद लीलाओं का मंचन किया जाएगा।

इसी प्रकार, कनखल, भूपतवाला, और मायापुर निरंजनी में भी ध्वज यात्रा का आयोजन आज की जाएगी। कल ज्वालापुर, चौक बाजार, और कृष्णानगर कनखल के लीलाओं के लिए भी ध्वजारोहण का कार्यक्रम निर्धारित है। मायापुर में 17 सितंबर से रामलीला का आयोजन शुरू किया जाएगा, जो इस क्षेत्र की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।

सांस्कृतिक उत्सव का महत्व

रामलीला केवल एक नाट्य प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, परंपरा और धार्मिकता का प्रतीक है। हरिद्वार में होने वाली रामलीलाएं भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती हैं, जहां वे रामायण की कथा से जुड़े महत्वपूर्ण क्षणों का दर्शन करते हैं। यह अवसर स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक साथ मिलकर आनंद का अनुभव करने का एक सुनहरा अवसर होता है।

इन आयोजनों में स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा का प्रदर्शन होता है, जो दर्शकों को रामायण की घटनाओं से जोड़ते हैं। साथ ही, यह त्योहार हरिद्वार की धार्मिक पहचान को और भी मजबूत बनाता है।

आप सभी से निवेदन है कि इन आयोजनों में जितना संभव हो, भाग लें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर इस सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करें।

अधिक जानकारी और अपडेट के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट देखें: Discovery Of The India.

टीम डिस्कवरी ऑफ इंडिया

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0