हरिद्वार के व्यवसायी एकजुट, बस अड्डे की सुरक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन

हरिद्वार के व्यवसायी एकजुट, बस अड्डे की सुरक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन
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कम शब्दों में कहें तो, हरिद्वार के व्यापारियों ने आगामी योजनाओं के विरोध में एकजुट होकर अपनी आवाज उठाई है।
हाल ही में, हरिद्वार में रुड़की विकास प्राधिकरण के द्वारा प्रस्तावित महा योजना 2041 ने शहर के व्यापारियों के बीच चिंता की लहर पैदा कर दी है। इस योजना के अंतर्गत बाजारों को ध्वस्त करने और बस अड्डे को निर्जन स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रावधान किया गया है। इस विरोध को प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें जिला महामंत्री संजय त्रिवाल और संरक्षक तेजप्रकाश साहू ने नेतृत्व किया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान, जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने कहा कि हरिद्वार का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व भारी है। इस क्षेत्र से प्रतिवर्ष लगभग 4 करोड़ श्रद्धालु कावड़ यात्रा के दौरान जल भरने आते हैं। ऐसे में, यदि बस अड्डा स्थानांतरित किया गया, तो स्थानीय व्यापार पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
स्थानीय व्यापारियों की चिंता
व्यापारी प्रतिनिधियों ने इस बात पर भी जोर दिया कि हरिद्वार की भौगोलिक परिस्थितियाँ अन्य पर्यटन स्थलों से भिन्न हैं। प्रशासन की नीति में समानांतर स्थानीय विकास की कमी से स्थानीय बाजारों को नुकसान होगा। संजय त्रिवाल का कहना है कि प्रशासन ने विकास के नाम पर यहां की सड़कों और गलियों को बंद कर दिया है, जिससे स्थानीय व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
संरक्षक तेजप्रकाश साहू ने अपने संबोधन में कहा कि ऐतिहासिक रूप से, अंग्रेज़ों ने बस अड्डा और रेलवे स्टेशन को आमने-सामने बनाया था। लेकिन आज कुछ राजनीतिक दल हरिद्वार के इस महत्वपूर्ण स्थान पर कब्जा जमाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि राजनीतिक इच्छा शक्ति सही होगी, तो जल निगम और सिंचाई विभाग के कार्यालयों को शहर से बाहर स्थानांतरित किया जा सकता है।
विपरीत विकास की संभावनाएँ
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि वर्तमान में बस अड्डे के चारों ओर काफी सरकारी भूमि है, जिसका उपयोग सही तरीके से किया जा सकता है। यदि विकास के नाम पर इसे हटाया गया, तो शहर का व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे और अनिश्चितकाल तक बाजार बंद करने का निर्णय भी ले सकते हैं।
प्रदर्शन में शामिल व्यापारी
इस विरोध प्रदर्शन में अनेक व्यापारी शामिल हुए, जिनमें सूरज केसवानी, गगन गूगनानी, अजय रावल, सुनील कुमार, पवन सुखीजा, दिनेश साहू और अन्य ने अपनी भागीदारी दिखाई। उन्होंने संकल्प लिया कि वे हरिद्वार के व्यापार और बस अड्डे की सुरक्षा के लिए निरंतर संघर्ष करेंगे।
हरिद्वार के व्यापारियों की यह एकता यह दर्शाती है कि स्थानीय मुद्दों पर सामूहिकता कितनी महत्वपूर्ण है। उनके आंदोलन का यह संदेश स्पष्ट है - हरिद्वार के विकास को коммерिकरण और पर्यटन के नाम पर तोड़फोड़ से नहीं आंका जाना चाहिए।
अंत में, यह उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन इस प्रदर्शन को गंभीरता से लेगा और व्यापारियों की चिंताओं का समाधान करेगा। अन्यथा, हरिद्वार का सांस्कृतिक धरोहर और व्यापार दोनों गंभीर खतरे में पड़ सकते हैं।
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सादर, टीम डिस्कवरी ऑफ इंडिया
(नेहा शर्मा)
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